NFT क्या है? पूरी जानकारी, क्या है इसका भविष्य?

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 NFT हाल के ही समय में तकनीकी की दुनिया में आया एक नया शब्द है। शायद आप भी यही सोच रहे होंगे कि ये NFT क्या बला है! तकनीकी की दुनिया में ऐसी ऐसी शब्दावलियाँ हैं जिनको देखकर सुनकर साधारण आदमी के होश उड़ जाते हैं।

 आशा है कि आप बिटकॉइन (bitcoin) के बारे में जानते ही होंगे। बिटकॉइन एक डिजिटल करेंसी है जिसका भैतिक रूप से यानी असल जगत में लेन देन कंप्यूटर के ही माध्यम से हो सकता है। यह कंप्यूटर के माध्यम से बनाई जाती है और कंप्यूटर या मोबाइल से ही लेन देन होता है।





आजकल असल पैसों को देकर बिटकॉइन खरीदने का ट्रेंड चल रहा है। उसी बीच NFT नाम के शब्द का मशहूर होना कोई ताज्जुब की बात नहीं है। दरअसल NFT की एक खास पहचान होती है जो दुनिया में किसी और के पास नहीं होती।

आखिर NFT है क्या? NFT इतनी चर्चा में क्यों है? इसके क्या प्रयोग हैं? आम आदमी के लिए यह क्यों फायदेमंद है?

NFT का मतलब है नॉन फनजिबल टोकन (Non-Fungible Token).

इसका मतलब क्या हुआ? इसका मतलब है कि अगर आप NFT खरीद लेते हैं तो पूरी दुनिया में या यूँ कहें तो पूरी डिजिटल दुनिया में उस डिजिटल फ़ाइल के मालिकाना अधिकार आप के पास आ जाते हैं। यही बात इस NFT को इतना विशेष बनाता है। 

NFT को एक विशेष तौर का पब्लिक सर्टिफिकेट दिया जाता है जिससे कि वह विशेष NFT आप की डिजिटल संपत्ति बन जाता है। हाँलाकि NFT किसी भी तरह से उन फाइल्स को डाउनलोड, शेयर करने से रोकता नहीं है। NFT के तहत खरीदे या बेचे गए किसी भी तरह की फ़ाइल को आप डाउनलोड कर सकते हैं और शेयर भी कर सकते हैं, पर इसका पूरा पूरा मालिकाना हक इसे खरीदने वाले के पास ही रहता है।

NFT को इथेरियम या बिटकॉइन की तरह से आपस में साझा करना या बदलना नामुमकिन है क्योंकि इसे खास तरह का डिजिटल डेटा सिग्नेचर होता
है, जो पूरे डिजिटल वर्ल्ड में एकलौता अपने प्रकार का होता है।

NFT एक तरह से मालिकाना हक को लेकर प्रचिलत शब्द है। यह इतनी चर्चा में है क्योंकि यह काफी आसानी से कमाई कर सकने में मदद कर सकता है और आर्ट कलेक्टर्स यानी कला को इक्कट्ठा करने वालों के बीच काफी प्रचलित है।

क्या NFT खरीदने वालों के पास उस आर्ट का कॉपीराइट आ जाता है?

नहीं। यह कॉपीराइट से अलग चीज है। NFT खरीदने वालों के पास इसकी मालिकाना हक तो आ जाती है पर कॉपीराइट नहीं आता। अगर आप कॉपीराइट का मतलब नहीं जानते तो आपको बता दें कि कॉपीराइट का मतलब होता है कि जो आर्ट या लेखन आपने लिखा या बनाया डिजिटल रूप से कानून के तहत उसका हूबहू आकार, प्रकार, कंटेंट का अधिकार आपके पास आ जाता है। अब आगे से बिना आपके इजाज़त के उस कला की हू-ब-हू नकल कोई दूसरा नहीं बना सकता। ऐसा करने पर आर्थिक और शारीरिक दण्ड यानी सजा का प्रावधान भी होता है।

NFT के आम जीवन में क्या इस्तेमाल हैं और यह असल जिंदगी में किस प्रकार से प्रयोग में आ सकता है?

NFT का प्रयोग कई मायनों में किया जा सकता है। यह NFT को आप सम्पत्ति के रूप में इकट्ठा कर सकते हैं। 

इसका प्रयोग म्यूजिक, वीडियो, कला, चित्रकारी, लोगो, फॉन्ट, GIF, png, pdf आदि किसी भी तरह से इसे शेयर कर खरीदा या बेचा जा सकता है। और इस तरह से यह मालिकाना हक उस खरीदने वाले को एक यूनिक यानी विशिष्ट सिग्नेचर के द्वारा ब्लॉकचैन पद्धति से दे दी जाती है।

NFT Showing picture



इसे समझने के लिए हम इसे तीन भागों में विभाजित कर लेते हैं- व्यक्तिगत उपयोग, कलात्मक उपयोग, व्यापारिक उपयोग

व्यक्तिगत प्रयोग- इस NFT के खरीद-फरोख्त से कलाकारों को पैसे मिलते रह सकते हैं। होता यूं है कि जिसे NFT को मिंट करना नहीं आता है, वे दूसरे आर्टिस्ट से उस आर्ट को बनवाकर खरीद लेते हैं और फिर उसे NFT यानी Non-Fungible Token के रूप में ब्लॉकचैन मीडियम से NFT बेचने वाली वेबसाइट्स पर मिंट (यानी बेचने को) कर देते हैं।

इस तरह से पैसे का व्यापार बना रहता है और खरीदने वाले को अपने लिए एक डिजिटल एसेट या सम्पत्ति मिल जाती है। इसका उपयोग खास तौर पर लोग metaverse में देख रहे हैं जहाँ हर एक चीज का NFT रूप उपलब्ध होगा। उस डिजिटल वर्ल्ड में NFT पर सब की दावेदारी दिखेगी।

कलात्मक उपयोग- कला के क्षेत्र में NFT ने कलाकारों को रोजगार का एक नया अवसर देता है। जहाँ पहले वह उसी आर्ट के लिए लगभग कुछ नहीं पा रहे थे, वहीं अब उसी को NFT बना कर बेचने से उन्हें मिलियन में रुपये मिल जाते हैं।

व्यापारिक उपयोग- जैसा कि पहले ही चर्चा कर है थे हम की NFT के रूप में music, video, art कुछ भी मिंट किया जा सकता है तो इस तरह यह सभी इंडस्ट्रीज के लिए एक नया व्यापारिक बाजार खड़ा कर देगा जहाँ Non-physical objects के एक रूप NFT को लोग खरीदेंगे और बेचेंगे।

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