भारत सरकार ने चीन में बन रहे लैपटॉप, कंप्यूटर्स, स्मार्टफोन पर बैन क्यों लगा दिया?

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 भारत सरकार ने चीनी लैपटॉप, स्मार्ट फ़ोन के खरीद पर लगाई रोक! क्या इसका कोई संबंध अम्बानी के Jio Book लैपटॉप के रिलीज होने और अम्बानी को फायदा पहुंचाने से है?

हाल ही में अगस्त की शुरुआत में ही भारत सरकार ने चीनी लैपटॉप और स्मार्टफोन्स के खरीद और बिक्री पर रोक लगा दी है। इसकी पूरी जानकारी देंगे हम आपको, बस हमारे साथ बने रहिये। 

चीनी स्मार्टफोन और लैपटॉप पर बैन का क्या है पूरा मामला?

भारत सरकार ने चीन के लैपटॉप और स्मार्टफोन सको क्यों बैन कर दिया?



    भारत सरकार ने कुछ लैपटॉप्स, कंप्यूटर्स, और बड़े डेटा प्रोसेसिंग डिवाइस को भी बैन की केटेगरी में रखा गया है ,सरकार का कहना है की आपको सरकारी कानूनी लाइसेंस की जरूरत होगी इसे खरीदने के लिए। 

चीन से आने वाले ब्रांड्स जैसे शाओमी, MI, रेडमी, POCO, रियल मी जैसे स्मार्टफोन्स के ब्रांड्स जो की काफी काम दामो में भारतीय बाजार में स्मार्टफोन्स उपलब्ध करवाते थे अब इन पर पूरी तरह बैन लग गया है। 

भारत सरकार ने इसे एक सूचना या नोटिस या नोटिफिकेशन के जरिए बताया है की अभी तत्काल रूप से चीन से आनेवाले इम्पोर्टेड ईलेक्ट्रॉनिक्स के समान जिसमे की मुख्य रूप से स्मार्टफोन्स, लैपटॉप्स, कंप्यूटर्स पर बैन लगाया गया है। 


चीन से आने वाले सामान से भारत के बाजार में क्या फर्क पड़ रहा था?


चीन के सामानो की अब क्योंकि बहुत ज्यादा यात्रा में मैनुफैक्चरिंग होती है इसलिए वहां के सामान भारत के बाजार में काफी काम दाम में अच्छी सर्विस और फ़ोन मॉडल मुहैया कर रहे थे। 

रेडमी की सारी सफल फोन्स और स्मार्टफोन्स की सीरीज भारत में जारी रहने के बाद रेडमी 10,000 रुपये के आसपास के फ़ोन्स अभी भी बाजार में उतारने का दावा रखता था।

  

स्मार्टफोन्स के अलावा लैपटॉप्स भी चीन के मार्किट से  कम दामों में भारत के आम आदमी को मुहैया हो जा रहे थे।   ऐसे में चीन से आनेवाले प्रोडक्ट्स पर बैन लग जाने से इन प्रोडक्ट्स से आम आदमी की पहुंच खत्म हो जाएगी। 


आम आदमी को अब भारत में बनने वाले प्रोड्क्टव्स पर निर्भर करना पड़ेगा। और ज्यादा सम्भावना है कि भारत में बने मेड इन इंडिया, या मेक इन इंडिया, या कहें असेंबल इन इंडिया जैसे मैन्युफैक्चरिंग तरीकों को अपनाने में भी भारत को काफी समय लगेगा। एक्सपर्ट्स की माने तो यह समय कुल मिलाकर 2 सालों के अंदर नहीं पूरा हो  सकता।


बाजार पर क्या पड़ेगा असर? 

चीन के सामानों का भारतीय बाजार में आने से जो समान हमें bulkm anufacturing की वजह से सस्ते में उपलब्ध हो जा रहे थे, जाहिर तौर पर उनके भारत में बनने से अब यही कंप्यूटर्स या स्मार्टफोन्स महंगे हो जाएंगे। अब क्योंकि भारत में bulk manufacturing न हो पाने की वजह से यह प्रोडक्ट महंगे मिलने लगेंगे। 

 

बाजार में अचानक से मांग बढ़ने व आपुर्ति न पूरी हो पाने की वजह से बाजार में पहले से ही मेक इन इंडिया या मेड इन इंडिया के महंगे सामानों में और महँगे आने की सम्भावना होगी। 


अम्बानी से इस चीनी लैपटॉप स्मार्टफोन बैन का क्या संबंध है?


आम तौर पर इसके दो वजह जनता निकाल रही है। कुछ लोगो का कहना है की अम्बानी जी के अपने Jio book को लांच करने के तुरन्त बाद ही सरकार चीनी सामानों पर बैन क्यों लगा  रही है। कुछ लोग इसका सीधा सम्बंध बाजार में उपलब्ध भारतीय बाजार में  बने सामानों की खपत या अम्बानी जी की माल की खपत से जोड़ रहे हैं। 


वहीं कुछ लोग कह रह हैं की चूंकि अम्बानी का लैपटॉप JIOBOOK भी चीन से बनकर आया है तो शायद सरकार अम्बानी परिवार से बदला ले रही है। जो भी हो यह बात तो साफ है की अम्बानी ने चीन से कोई एक या दो लैपटॉप तो मंगवाए नहीं होंगे यह एक पूरी खेप ही आई होगी ऐसे में इसे भारतीय  का  ठप्पा लगाकर बेचना कितना मुश्किल होगा यह तो समय ही बताएगा।               

 

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