खुद को मोटिवेटेड कैसे रखें? How to keep yourself motivated in hindi

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मोटिवेशन ऐसा शब्द है जिसे हम सब अपनाना चाहते हैं। हम हर समय कहीं न कहीं से मोटिवेशन की तलाश में फिरते रहते हैं। कभी यूट्यूब से, कभी इंस्टाग्राम से, कभी फेसबुक से हम तरह-तरह से मोटिवेशन की तलाश में रहते हैं। तरह-तरह की साइट्स पर मोटिवेशन खोजने के बावजूद हमें वास्तव में लंबे दौर के किए मोटिवशन नहीं मिल पाता। आखिर क्या वजह है कि मोटिवेशन की इतनी खोज करने के बाद भी आप खुद को इतना थके और अव्यवस्थित पाते हैं?



 

किसी काम के लिए मोटिवेशन कैसे खोजें?

मोटिवेशन एक ऐसा शब्द है जिसे वास्तविकता में देखा जाए तो इसे आपके किसी काम को करने के लिए आने वाली प्रेरणा कह सकते हैं। वस्तुतः किसी काम को करने के लिए आपको किसी तरह के कारण की आवश्यकता होती है, अगर आपका वह कारण आपके दिमाग में साफ है और आप तहे दिल से उस कारण को काम करने के लिए उचित और महत्वपूर्ण मानते हैं तो आपको मोटिवेशन की कोई जरूरत नहीं पड़ती।

प्रेरणा कहाँ खोजें- where to find motivation



इस तरह से आपको आपका वही कारण या औचित्य ही आपको उस कार्य को पूरा करने में मदद करता रहता है। आप उसी कारण को सही मानकर उस काम को करते रहते हैं। इसका बड़ा उदाहरण आप आसानी से समझ सकते हैं अगर आपने थैनोस के बारे में सुना होगा तो आप जरूर जानते होंगे कि वह कैसे जनसंख्या कम करने के अपने विचार को सही मानता था और इसी लिए वह इतने मुश्किल सफर पर निकल पड़ता है सबसे लड़ाइयां करता है, देवताओं और एलियंस को हराता है और अंत में वह अपने काम को अंजाम दे ही देता है। 

क्या आपने सोचा की उसने इस कार्य के मोटिवेशन क्यो नही तलाशा ? बिल्कुल सही, क्योंकि उसे पता था कि उसका ये करना बहुत जरूरी है और उचित भी। इसी तरह से जब आपके पास कोई दूसरा रास्ता नहीं बचता है या आप अपने काम करने के कारण को बहुत उचित मानते हैं तो आपको मोटिवेशन की जरूरत नहीं पड़ती है।

पर माना कि अगर आपको कारण उचित भी न लगता हो पर आपको पैसे कमाने के लिए किसी काम को करने की प्रेरणा चाहिए या मोटिवेशन चाहिए, तो क्या करें?

समझ गया, आइए जानते हैं।

अगर कारण उचित न लगे तब भी प्रेरणा या मोटिवेशन कैसे हासिल करें?

देखिए, अगर आपको आपके कार्य करने के पीछे का कारण और उद्देश्य उचित नहीं जान पड़ता तो आपको अपने कार्य प्रक्रिया पर ध्यान देना चाहिए। आपको ध्यान देना चाहिए कि आप इस काम को करके कितने लोगों की मदद कर रहे हैं। क्या पता आपके उस काम की वजह से कितने परिवार का घर चल रहा हो। आप अंदाजा नहीं लगा सकते।

इस तरह से अगर आप चीजों को बड़े स्तर पर देखेंगे तो शायद आपको मोटिवेशन को बाहर खोजने की जरूरत नहीं पड़ेगी। 

आपको तय करना चाहिए कि आपका लक्ष्य कितना है और बस आपको इस लक्ष्य के बारे में ध्यान देना चाहिए। आपको इस लक्ष्य को प्राप्त करने के बाद खुश भी होना चाहिए, आखिर इसीलिए तो आप काम करते हैं, खुश रहने के लिए।

आखिर मोटिवेशन मिलेगा कैसे?

आपको यह समझना होगा कि मोटिवेशन कोई प्रसाद या भभूति नहीं है जो एक बार खाने से काम बना देगा। आपको यह बार-बार चाहिए और मिलते रहना चाहिए। आखिर ऐसा कैसे हो? 

देखिए, अगर आप चाहते हैं कि आपको बराबर प्रेरणा मिलती रहे तो आप आने काम को कम से कम यूनिट में बाँट लीजिए और उसे भरसक पूरा करने की कोशिश करिए। जब आप उस अलग-अलग यूनिट काम को पूरा कर लेंगे तब आप पाएंगे कि आपको एक अलग किस्म की प्रेरणा मिल रही होगी जो आपको और काम करने के लिए उकसाएगी। इसी को मार्क मैनसन अपने ब्लॉग में लिखते हैं कि कार्य का सम्पन्न होना ही सबसे बड़ी प्रेरणा का उत्पादक है।

यानी आपको बस अपने काम को छोटे हिस्सों में बाँटना है और उसे खत्म करते जाना है, धीरे-धीरे आप पाएंगे कि आप सकारात्मक ऊर्जा से भरे होते हैं। यही ऊर्जा आपको प्रेंरणा देगी।


मिलते हैं अगले ब्लॉग में।

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